आज सुप्रीम कोर्ट में एक खास इनीशिएटिव के तहत ‘लापता लेडीज’ फिल्म दिखाई जाएगी। कोर्ट द्वारा यह फिल्म जजों, उनके परिवार के सदस्यों और रजिस्ट्री अधिकारियों को दिखायी जाएगी। इस फिल्म की समीक्षकों ने काफी प्रशंसा की है और यह लैंगिक समानता के विषय पर आधारित है।
क्या है विशेष अवसर?
शुक्रवार, नौ अगस्त 2024 को भारत के सुप्रीम कोर्ट की स्थापना के 75वें वर्ष के दौरान आयोजित गतिविधियों के तहत लैंगिक समानता के विषय पर आधारित फिल्म ‘लापता लेडीज’ को प्रशासनिक भवन परिसर के सी-ब्लॉक स्थित सभागार में प्रदर्शित किया जाएगा । इस फिल्म को देखने के लिए प्रधान न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ और उच्चतम न्यायालय के अन्य न्यायाधीश अपने परिवार के लोगों के साथ इस फिल्म को देखने पहुंचेंगे। फिल्म को अपराह्न सवा चार बजे से शाम छह बजकर 20 मिनट तक दिखाया जाएगा ।
जस्टिस चंद्रचूड़ ने इस इनीशिएटिव पर क्या कहा?
जस्टिस चंद्रचूड़ ने बताया कि यह कोर्ट के स्टाफ को सेंसिटाइज करने की मेरी पूरी कोशिश है। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट में ऐसा बहुत कुछ हो रहा है, जिसकी पब्लिसिटी ज्यादा नहीं हो रही है। बार एंड बेंच की रिपोर्ट के मुताबिक सुप्रीम कोर्ट स्टाफ मेंबर्स के लिए आयुर्वेदिक क्लीनिक चलाई जा रही है। जहां पर 24 घंटे कोर्ट स्टाफ मेंबर्स का इलाज किया जाता है।
ये भी रहेंगे मौजूद
कोर्ट द्वारा जारी संदेश के अनुसार, प्रसिद्ध अभिनेता एवं निर्माता आमिर खान के अलावा फिल्म की निर्देशक किरण राव भी इस स्क्रीनिंग के दौरान उपस्थित रहेंगी। फिल्म इस दिखाने का यह आइडिया जस्टिस चंद्रचूड़ की धर्मपत्नी कल्पना दास का था। उन्होंने अपने स्टाफ के साथ यह फिल्म देखी थी।