गर्मी की छुट्टियों के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई और केस क्लियर करने का एक नया रिकार्ड बना लिया है। इस साल गर्मियों की छुट्टी में सुनवाई के लिए 20 बेंचों का गठन किया गया था। जिसमें केस से जुड़े दोनों पक्षों के वकीलों के बीच आम सहमति बनाई गई थी। उसके बाद ही केस की सुनवाई की गई और इस दौरान 1000 से ज्यादा मामलों का निपटारा किया गया।
देश के सरकारी संस्थानों में गर्मियों की छुट्टियां पड़ना आम बात है, जिससे कि कई प्रकार के सरकारी कामकाज इस दौरान प्रभावित होते हैं, इनमें सुप्रीम कोर्ट भी शामिल हैं। लेकिन इस साल गर्मी की छुट्टियों में भी सुप्रीम कोर्ट ने न सिर्फ जरूरी मामलों की सुनवाई की, बल्कि रिकार्ड मामलों का निपटारा भी कर डाला है। पहली बार गर्मियों की छुट्टी में इस साल रिकार्ड 20 बेंचों का गठन किया गया था और दोनों पक्षों के वकीलों की सहमति से मामलों की सूची तैयार की गई थी। उसके बाद ही मामलों की सुनवाई की गई। सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा कि लोग हमें रोजाना सुबह 10.30 बजे से शाम 4 बजे तक सुप्रीम कोर्ट में बैठे हुए देखते हैं, जहाँ पर हम 40 से 60 मामलों को संभाल रहे होते हैं। हम जो भी काम सुबह 10.30 बजे से शाम 4 बजे तक करते हैं, वह अगले दिन सुनवाई के लिए आने वाले मामलों से निपटने के लिए किए जाने वाले काम का एक छोटा सा हिस्सा है।
क्या सप्ताह के सातों दिन काम करते हैं जज?
सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा कि हर जज अगले दिन के लिए निर्धारित केस फाइलों को पढ़ने में एक सामान समय लगाता है। इसलिए ही कार्य दिवसों पर फैसलो को सुरक्षित रखा जाता हैं। हर जज शनिवार को बैठकर फैसले सुनाता है. रविवार को, हम सभी सोमवार के लिए सूचीबद्ध मामलों को पढ़ते हैं। इसलिए, बिना किसी अपवाद के, हर सुप्रीम कोर्ट जज सप्ताह में सातों दिन काम करता है। 2017 की तुलना में छुट्टियों के दौरान निपटारे में 3 गुना वृद्धि हुई है और यह 1,170 मामलों तक पहुंच गया है। सोमवार को गर्मी की छुट्टियों के बाद सुप्रीम कोर्ट में सामान्य कामकाज शुरू होने के साथ ही अगले कुछ हफ़्तों में सीजेआई की अगुआई वाली बेंच फ़ैसले सुनाएगी, जिसमें 9 जजों की बेंच की ओऱ से तीन, 7-जे बेंच की ओर से दो और 5-जे बेंच की ओर से दो फ़ैसले सुनाए जाएंगे। संविधान पीठ के ये मामले पिछले कई दशकों से लंबित पड़े हैं, जिसमें यह विवाद भी शामिल है कि क्या निजी स्वामित्व वाली संपत्तियों को सामुदायिक संपत्ति के रूप में वर्गीकृत किया जा सकता है?
कितने मामलों में सुरक्षित फैसलों पर कर रहे काम सीजेआई?
विशेष बात यह है कि सारे प्रशासनिक कामों को संभालने और भारत और विदेशों में सम्मेलनों में भाग लेने के बावजूद, CJI डीवाई चंद्रचूड़ 18 मामलों में सुरक्षित रखे गए निर्णयों पर भी काम कर रहे हैं, जिनमें कुल 176 याचिकाएं जुड़ी हैं, जिनकी अध्यक्षता उनकी पीठ करती है। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, SC न्यायाधीशों ने 786 जुड़ी याचिकाओं के साथ 190 मामलों में निर्णय सुरक्षित रखे हैं और वे इन निर्णयों पर 24 घंटे काम कर रहे हैं ताकि अदालत के फिर से खुलने के कुछ हफ़्तों के भीतर निर्णय सुनाए जा सकें।
2023 से पहले गर्मियो की छुट्टियो में कितने मामले सूचीबद्ध होते थे?
2023 से पहले छह सालों में हर गर्मी की छुट्टी में औसतन 1,380 मामले सूचीबद्ध किए जाते थे। लेकिन 2023 और 2024 में 2,261 और 4,160 मामले अवकाश पीठों के समक्ष सूचीबद्ध किए गए है। अगर हम 2017 के आंकड़ों के साथ तुलना करे तो इन आंकड़ों में लगभग तीन गुना की वृद्धि हुई है और अब यह बढ़कर 1,170 हो गई। 2023 से पहले मामले का औसत निपटान प्रति छुट्टी लगभग 461 मामले थे। जबकि 2023 की गर्मी की छुट्टियों में, सुप्रीम कोर्ट ने 751 मामलों का निपटारा किया था, जो इस साल बढ़कर 1,170 पहुंच गया। इसके अलावा, इस साल गर्मी की छुट्टियों के दौरान अवकाश पीठों ने 1,157 मामलों में नोटिस भी जारी किए है।
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