ईरान के राष्ट्रपति चुनाव 2024 में इस बार एक नया इतिहास लिख लिया है। पहली बार सुधारवादी नेता पेजेशकियन की राष्ट्रपति चुनाव में भारी जीत हासिल की है। इससे पहले वह परमाणु वार्ताकार भी रह चुके हैं। पेजेशकियन ने चुनाव में कट्टरपंथी सईद जलीली को 28 लाख के भारी अंतर मतों से हरा दिया है। इस बार ईरान के राष्ट्रपति चुनाव में भारी उलटफेर हुआ है। ईरान के सुधारवादी नेता पेजेशकियन ने कट्टरपंथी सईद जलीली को 28 लाख के भारी मतों के अंतर से हराकर एक नया इतिहास रचा है। ईरान में इसे बड़े बदलावों के दौर के रूप में देखा जा रहा है। पिछले सप्ताह हुए राष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए मतदान में शीर्ष स्थान पर रहे दो उम्मीदवारों के बीच सीधे मुकाबले में सुधारवादी नेता मसूद पेजेशकियन ने कट्टपंथी सईद जलीली को हराकर शनिवार को चुनाव जीत लिया । पिछले महीने ईरान में एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना में राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की मौत हो जाने के बाद शुक्रवार को पेजेशकियन और जलीली के बीच सीधा मुकाबला था। पेजेशकियन को एक करोड़ 63 लाख मतों के साथ विजयी घोषित किया गया, जबकि उनके प्रतिद्वंदी जलीली को एक करोड़ 35 लाख वोट ही मिले। इससे पहले 28 जून को मतदान के शुरुआती दौर में किसी भी उम्मीदवार को 50 प्रतिशत से ज्यादा वोट नहीं मिले थे, जिसके कारण शीर्ष दो उम्मीदवारों के बीच सीधा मुकाबला हुआ है।
तेहरान की सड़कों पर दिखा पेजेशकियन की जीत का जश्न
जैसे ही पेजेशकियन की बढ़त मजबूत होने लगी वैसे ही उनके समर्थकों ने तेहरान और अन्य शहरों में सड़कों पर निकलकर जश्न मनाना शुरू कर दिया । ये चुनाव ऐसे समय में हुए हैं, जब इजराइल-हमास के बीच जारी युद्ध को लेकर पश्चिम एशिया में व्यापक स्तर पर तनाव बना हुआ है और ईरान पिछले कुछ वर्षों से आर्थिक संकट का भी सामना कर रहा है। आपको बता दे कि, मसूद पेजेशकियन का पूर्व राष्ट्रपति हसन रूहानी की ओर झुकाव है, जिनके शासन के दौरान तेहरान ने विश्व शक्तियों के साथ 2015 में ऐतिहासिक परमाणु समझौता भी किया था। हालांकि, बाद में यह परमाणु समझौता रद्द हो गया था और कट्टरपंथी नेता दोबारा से सत्ता पर काबिज हो गये थे।
पेजेशकियन का राजनीतिक करियर
पेजेशकियन 1980 के दशक में ईरान-इराक युद्ध के दौरान, एक फाइटर और फिजिशियन थे। उस युद्ध में उन्हे लाइन मेडिकल टीमों की तैनाती का काम दिया गया था। वह 2001-5 तक ईरान के स्वास्थ्य मंत्री भी रह चुके है। 1994 में उन्होंने एक कार दुर्घटना में अपनी पत्नी तथाअपने एक बच्चे को खोया था। तब से उन्होंने अपने बच्चो का खुद ही पालन-पोषण किया और कभी दोबारा शादी नहीं की।