लोकसभा चुनाव 2024 अपने छठे चरण में पहुंच चुका है | छठे चरण में 5.84 करोड़ पुरुषों, 5.29 करोड़ महिलाओं और 5,120 तृतीय-लिंग मतदाताओं सहित 11.13 करोड़ से अधिक लोग आजअपने मतो का उपयोग करेंगे। लोकसभा चुनाव के छठे चरण के लिए शनिवार, 25 मई को छह राज्यों और दो केंद्र शासित प्रदेशों के 58 निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान हो रहा है, जिसमें दिल्ली की सभी सात सीटें भी शामिल हैं। मतदान सुबह 7 बजे शुरू होगा और शाम 6 बजे समाप्त होगा। आम चुनाव 2024 के पहले पांच चरणों में 25 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के 428 संसदीय निर्वाचन क्षेत्रों पर मतदान पहले ही पूरा हो चुका है। इसके साथ ही ओडिशा की 42 विधानसभा सीटों के लिए भी मतदान होगा।
लोकसभा चुनाव छठे चरण में किन राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में चुनाव होंगे?
लोकसभा चुनाव 2024 के छठे चरण में दिल्ली की सात सीटों के अलावा, उत्तर प्रदेश की 14 सीटों, हरियाणा की सभी 10 सीटों, बिहार और पश्चिम बंगाल की आठ-आठ सीटों, ओडिशा की छह सीटों, झारखंड की चार सीटों और जम्मू की एक सीट पर मतदान होगा। छठे चरण में 11.13 करोड़ से अधिक मतदाता जिसमे 5.84 करोड़ पुरुष, 5.29 करोड़ महिला और 5,120 तृतीय लिंग – अपने मताधिकार का प्रयोग करने के पात्र हैं। भारत निर्वाचन आयोग (ईसी) ने 1.14 लाख मतदान केंद्रों पर लगभग 11.4 लाख मतदान अधिकारियों को तैनात किया है।
लोकसभा के छठे चरण में कितने उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं?
लोकसभा चुनाव के अंतिम चरण में 58 सीटों पर कुल 889 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं। जिसमे कुछ प्रमुख उम्मीदवार भी शामिल है केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान (संबलपुर) राव इंद्रजीत सिंह (गुरुग्राम) और कृष्ण पाल गुर्जर (फरीदाबाद), भाजपा की मेनका गांधी (सुल्तानपुर), संबित पात्रा (पुरी), मनोहर लाल खट्टर (करनाल), मनोज तिवारी (उत्तर) आदि शामिल हैं।
बंगाल, ओडिशा, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और दिल्ली में मतदान के मुख्य बिंदु:
पश्चिम बंगाल: जंगल महल के आदिवासी इलाके में वोटिंग होगी. जहाँ से भाजपा ने 2019 चुनाव में आठ में से पांच सीटें पर कब्जा किया था और बाकी तीन सीटें टीएमसी ने हासिल कीं। पश्चिम बंगाल की 42 लोकसभा सीटों में से 30 सीटों को लक्षित करने वाली भाजपा के लिए, यह चरण महत्वपूर्ण है, खासकर दक्षिण बंगाल में। 2019 में, भाजपा ने आम चुनाव में 18 सीटें जीतीं, जिसका सबसे अच्छा परिणाम दक्षिण बंगाल के जिलों में था। शनिवार को आठ सीटों पर हुए मतदान में से भाजपा ने पांच पर जीत हासिल की। टीएमसी सांसद सिसिर अधिकारी और उनके बेटे दिब्येंदु, जिन्होंने पूर्वी मिदनापुर जिले में क्रमशः तमलुक और कोंटाई सीटें बरकरार रखीं, 2019 से भाजपा में शामिल हो गए हैं।
दिल्ली: AAP और कांग्रेस ने दिल्ली की सात सीटों पर भाजपा के खिलाफ संयुक्त उम्मीदवार उतारे है । प्रमुख उम्मीदवारों में मनोज तिवारी (भाजपा) और कन्हैया कुमार (कांग्रेस) के नाम शामिल हैं।
उत्तर प्रदेश: सुल्तानपुर, आज़मगढ़ और जौनपुर में हाई-प्रोफाइल चेहरो की लड़ाई है। मेनका गांधी (भाजपा) सुल्तानपुर से अपना नौवां कार्यकाल चाह रही हैं।
ओडिशा: ओडिशा मे भुवनेश्वर और पुरी सहित छह संसदीय क्षेत्रों में चुनाव होने हैं। संबलपुर में केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान का मुकाबला कांग्रेस के नागेंद्र कुमार प्रधान और बीजद के प्रणब प्रकाश दास से है। वहीं पुरी में बीजेपी के संबित पात्रा का मुकाबला बीजेडी के अरूप मोहन पटनायक और कांग्रेस के जय नारायण पटनायक से है।
हरियाणा: पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर का मुकाबला कांग्रेस के दिव्यांशु बुद्धिराजा से है। करनाल विधानसभा सीट के लिए भी उपचुनाव हो रहा है जहां से मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी भाजपा के उम्मीदवार हैं।
आखिरी चरण में कितने निर्वाचन क्षेत्र में होगा चुनाव?
लोकसभा के आखिरी चरण (सातवें चरण) का मतदान एक जून को संपन्न होगा जिसमें 57 निर्वाचन क्षेत्रों के मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। इस वर्ष लोकसभा चुनाव के नतीजे 4 जून को घोषित किए जाएंगे।