बंगाल के सिलीगुड़ी में कंचनजंगा एक्सप्रेस को पीछे से एक मालगाड़ी ने टक्कर मार दी, जिससे नौ लोगों की मौत हो गई और 30 से ज़्यादा लोग घायल हो गए। टक्कर के कारण कम से कम दो डिब्बे पटरी से नीचे उतर गए, जिनमें से एक डिब्बा भी हवा में लटक गया।
सोमवार को बंगाल के सिलीगुड़ी में मालगाड़ी की चपेट में आने से कंचनजंगा एक्सप्रेस के पटरी से उतर जाने से नौ लोगों की मौत हो गई और 30 से ज़्यादा लोग घायल हो गएहैं। मालगाड़ी का ड्राइवर और उसका सहायक तथा कंचनजंगा एक्सप्रेस का गार्ड भी पीड़ितों की सूची में शामिल हैं। बचाव अभियान पूरा हो चुका है और रेलवे बोर्ड की चेयरमैन और सीईओ जया वर्मा सिन्हा ने कहा कि शुरुआती जांच से पता चलता है कि दुर्घटना का कारण मानवीय भूल थी, क्योंकि मालगाड़ी का ड्राइवर सिग्नल को पार कर गया था।
जब यह दुर्घटना हुई तब कंचनजंगा एक्सप्रेस त्रिपुरा के अगरतला से कोलकाता के सियालदह स्टेशन जा रही थी। भीषण टक्कर के कारण कंचनजंगा एक्सप्रेस के कम से कम दो डिब्बे पटरी से उतर गए, जिसमें से एक डिब्बा हवा में उछल गया है। यह दुर्घटना सिलीगुड़ी के रंगापानी क्षेत्र में हुई, जो उत्तर बंगाल के न्यू जलपाईगुड़ी स्टेशन के पास पड़ता है।
रेलवे बोर्ड की अध्यक्ष और सीईओ जया वर्मा सिन्हा ने क्या कहा?
जया वर्मा सिन्हा ने कहा कि बचाव अभियान पूरा हो चुका है। उन्होंने कहा, “सिग्नल की अनदेखी करने वाले चालक (लोको पायलट) की मौत हो गई है और कंचनजंगा एक्सप्रेस के गार्ड की भी इस हादसे में जान चली गई है। अगरतला-सियालदह मार्ग पर सभी रेलवे स्टेशनों पर सहायता डेस्क स्थापित किए गए हैं।” जया वर्मा सिन्हा ने आगे कहा कि प्रारंभिक जांच से पता चलता है कि दुर्घटना का कारण “मानवीय भूल” थी। उन्होंने कहा, “पहले संकेत बताते हैं कि यह सिग्नल की अनदेखी का मामला है।”
क्या पीड़ितों को मिलेगी आर्थिक सहायता?
हाँ ,प्रधानमंत्री राहत कोष (पीएमएनआरएफ) से पीड़ितों के परिवारों को 2 लाख रुपये और घायलों को 50,000 रुपये की आर्थिक सहायता मिलेगी । रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने ट्वीट कर पीड़ितों के परिवारों को 10 लाख रुपये, गंभीर रूप से घायलों को 2.5 लाख रुपये और मामूली रूप से घायलों को 50,000 रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है।
राजनीतिक नेताओ ने इस घटना पर क्या प्रतिक्रियाए दी?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस घटना पर दुख जताते हुए इसे बेहद “दुखद” बताया। उन्होंने कहा कि अश्विनी वैष्णव दुर्घटनास्थल का दौरा करने के लिए दार्जिलिंग रवाना हो गए हैं। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, वैष्णव, त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा और केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा समेत अन्य ने भी दुर्घटना में हुई मौतों पर दुख जताया और घायल यात्रियों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की।
बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस दुखद दुर्घटना पर “आश्चर्य” व्यक्त करते हुए कहा कि जिला मजिस्ट्रेट, डॉक्टर और एम्बुलेंस को घटनास्थल पर भेज दिया गया है। वह दुर्घटना स्थल का भी दौरा करेंगी और जल्द ही सिलीगुड़ी के लिए रवाना होंगी।
इस बीच, कांग्रेस ने पिछले कुछ सालों में हुई कई रेल दुर्घटनाओं का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री मोदी की अगुवाई वाली सरकार पर निशाना साधा और पूछा कि इसके लिए किसे दोषी ठहराया जाना चाहिए। पार्टी सांसद राहुल गांधी ने भी केंद्र पर हमला करते हुए दावा किया कि यह दुर्घटना “मोदी सरकार के कुप्रबंधन और लापरवाही का सीधा नतीजा है”। राहुल गांधी ने ट्वीट किया, “आज की दुर्घटना इस सच्चाई का एक और उदाहरण है – एक जिम्मेदार विपक्ष के तौर पर हम इस घोर लापरवाही पर सवाल उठाते रहेंगे और इन दुर्घटनाओं के लिए मोदी सरकार को जिम्मेदार ठहराएंगे।”
इस घटना की अधिक जानकारी यहाँ से जांचे?
कोलकाता के सियालदह स्टेशन पर दुर्घटना के सिलसिले में एक विशेष हेल्पडेस्क स्थापित किया गया है। दुर्घटना के बारे में जानकारी या सहायता चाहने वाले इन हेल्पलाइन नंबर – 033-23508794 और 033-23833326 पर संपर्क कर सकते हैं। यात्रियों और उनके परिवारों को और सहायता प्रदान करने के लिए नैहाटी स्टेशन पर एक अतिरिक्त हेल्पडेस्क भी स्थापित किया जा रहा है।