मेडिकल प्रवेश परीक्षा 2024 नीट यूजी की आंसर-की जारी हो गई है। उम्मीदवार नीट की आंसर-की को exams.nta.ac.in/NEET या neet.ntaonline.in पर जाकर देख और डाउनलोड कर सकते हैं। जिन उम्मीदवारो को नीट आंसर-की के उत्तरों पर कोई आपत्ति होगी तो उन्हे प्रति प्रश्न 200 रुपये का भुगतान कर होगा। उम्मीदवार 31 मई रात 11.50 बजे तक ऑब्जेक्शन को दर्ज करा सकते है । उम्मीदवार ऑनलाइन मोड मे ही neet.ntaonline.in पर जाकर ऑब्जेक्शन दर्ज करवा सकेंगे। एक्सपर्ट पैनल द्वारा ऑब्जेक्शन का विश्लेषण होगा और उसके पश्चात ही फाइनल आंसर-की को जारी किया जाएगा । उसके बाद फाइनल आंसर-की के आधार पर ही नीट 2024 का रिजल्ट जारी किया जाएगा।
कब हुआ था नीट परीक्षा का आयोजन
नीट का आयोजन इस साल देश भर में 5 मई को पेन पेपर मोड में किया गया था। नीट के जरिए ही देश के तमाम मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस, बीडीएस, बीएएमस, बीएचएमस, बीयूएमस ( MBBS, BDS, BSMS, BAMS, BHMS, BUMS ) और अन्य विभिन्न अंडर ग्रेजुएट मेडिकल कोर्सेज में दाखिला होता है। इसके अलावा मिलिट्री नर्सिंग सर्विस (एमएनएस) के लिए भी अभ्यर्थी नीट यूजी परीक्षा के मार्क्स के जरिए आर्म्ड फोर्सेज मेडिकल सर्विस हॉस्पिटल के बीएससी नर्सिंग कोर्स में एडमिशन लेने के पात्र हो सकेंगे। इस साल नीट में 24 लाख विद्यार्थीयो ने भाग लिया था ।
क्या है नीट की टाई ब्रेकिंग पॉलिसी?
जब परीक्षा में दो या उससे अधिक छात्रों के नंबर एक समान आने पर किसे मेरिट में ऊपर रखा जाएगा, यह टाई ब्रेकिंग पॉलिसी से ही तय होता है। इस बार छात्रों के बराबर नंबर आने पर उनकी रैंक तय करने के लिए सबसे पहले उनके बायोलॉजी के नंबर देखें जाएंगे। जिसके बायोलॉजी (बॉटनी एंड जूलॉजी) में ज्यादा मार्क्स आएंगे, उसे रैंक में ऊपर रखा जाएगा। अगर इससे फैसला नहीं हो पाता है तो केमिस्ट्री और फिर फिजिक्स के अंकों से तुलना की जाएगी।
नीट टाई ब्रेकिंग फॉर्मूला 2024
जिसके बायोलॉजी (बॉटनी एंड जूलॉजी) में ज्यादा मार्क्स आएंगे, उसे ऊपर का रैंक दिया जाएगा।- अगर बॉयोलॉजी वाले फैक्टर से भी रैंक तय नहीं हो पाया तो फिर केमिस्ट्री के मार्क्स देखे जाएंगे। केमिस्ट्री में जिसके ज्यादा मार्क्स आएंगे, उसे ऊपर का रैंक दिया जाएगा।
- इसके बाद फिजिक्स के मार्क्स को देखा जाएंगा ।जिसके फिजिक्स में ज्यादा मार्क्स आएंगे, उसे रैंक में ऊपर रखा जाएगा।
- जिसने सही उत्तरों की तुलना में कम गलत उत्तर दिए होंगे, उसे ज्यादा प्राथमिकता दी जाएगी ।
इसके बाद जिस उम्मीदवार के बायोलॉजी (बॉटनी व जूलॉजी ) में अटेम्प्टेड सही उत्तरों और गलत उत्तर का कम अनुपात होगा, उसे ऊपर रखा जाएगा।- इसके बाद जिस उम्मीदवार का केमिस्ट्री में अटेम्प्टेड सही उत्तरों और गलत उत्तर और का अनुपात कम होगा, उसे ऊपर रखा जाएगा।
- जिस उम्मीदवार का फिजिक्स में अटेम्प्टेड गलत का प्रतिशत कम होगा।