हर दिन के पीछे कोई न कोई एक समृद्ध इतिहास छिपा है। हम बात करते हैं 7 मई की तो इस दिन को रवींद्रनाथ टैगोर की जयंती से लेकर सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) के स्थापना दिवस तक हर साल कई घटनाएं मनाई जाती हैं। यह दिन भू-राजनीति में एक अभूतपूर्व विकास के रूप में भी चिह्नित हुआ क्योंकि व्लादिमीर पुतिन ने इसी दिन 7 मई, 2000 को पहली बार रूस के राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली थी ।आइए आज के दिन अतीत में हुई प्रमुख घटनाओं पर एक नज़र डालें।
7 मई की महत्वपूर्ण घटनाएं
1) रवीन्द्रनाथ टैगोर जयंती
भारतीय साहित्य में अपने असाधारण योगदान के लिए ‘ बंगाल का बार्ड ‘ के रूप में लोकप्रिय, रवीन्द्रनाथ टैगोर का जन्म भी 7 मई 1861 को हुआ था। अपने असाधारण साहित्य कार्य के अलावा, टैगोर ने ‘जन गण मन‘ की रचना में भी योगदान दिया, जिसे भारत ने 24 जनवरी 1950 को राष्ट्रगान के रूप में अपनाया गया। उनकी जयंती का सम्मान करने के लिए, इस दिन को हर साल रवींद्रनाथ टैगोर जयंती के रूप में भी मनाया जाता है।
2) बीआरओ (BRO) स्थापना दिवस
सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) का गठन भी 7 मई, 1960 को हुआ था।सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) भारत सरकार के रक्षा मंत्रालय के स्वामित्व में एक वैधानिक निकाय है। यह संगठन भारत के कठिन इलाकों और उत्तर में दूरदराज के स्थानों और सीमाओं के पास पूर्वोत्तर क्षेत्र में सड़क निर्माण के चुनौतीपूर्ण कार्य के लिए जाना जाता है। बीआरओ भारत के 19 राज्यों और तीन केंद्र शासित प्रदेशों (अंडमान और निकोबार द्वीप समूह सहित) और अफगानिस्तान, भूटान, म्यांमार, ताजिकिस्तान और श्रीलंका जैसे पड़ोसी देशों में बुनियादी ढांचे के संचालन मे शामिल हैं।
3) व्लादिमीर पुतिन पहली बार रूस के राष्ट्रपति चुने गए
दुनिया भर के सबसे प्रभावशाली नेताओं में से एक व्लादिमीर पुतिन को पहली बार 26 मार्च, 2000 को रूसी राष्ट्रपति के रूप में इसी दिन चुना गया था। 7 मई, 2000 को उन्होंने राष्ट्रपति पद की शपथ ली थी । पुतिन ने 2000 का चुनाव लगभग 53 प्रतिशत वोट से जीता। राष्ट्रपति के रूप में, उन्होंने भ्रष्टाचार को समाप्त करने और एक दृढ़ता से विनियमित बाजार अर्थव्यवस्था बनाने की मांग की।
4) सोनी का फाउंडेशन
सोनी की स्थापना आज ही के दिन 7 मई 1946 में हुई थी। जापानी समूह की स्थापना की कहानी एक बम-ग्रस्त डिपार्टमेंट स्टोर के भीतर स्थित एक साधारण रेडियो मरम्मत की दुकान से जुड़ी है। प्रारंभ में इसका नाम टोक्यो त्सुशिन कोग्यो केके (टोक्यो टेलीकम्युनिकेशंस इंजीनियरिंग कॉरपोरेशन) रखा गया था, लेकिन 1958 में टोक्यो त्सुशिन कोग्यो ने अपना नाम बदलकर सोनी कर लिया क्योंकि जापान के बाहर के लोगों को मूल नाम का उच्चारण करने में कठिनाई हो रही थी। इस कंपनी की स्थापना भौतिक विज्ञानी मासारू इबुका और अकीओ मोरिता द्वारा7 मई 1946 को की गई थी।