शनिवार की सुबह Shikhar Dhawan ने सोशल मीडिया पोस्ट के ज़रिए अपने संन्यास की घोषणा करते हुए अपने 14 साल के अंतरराष्ट्रीय करियर को अलविदा कह दिया। Dhawan ने आखिरी बार अप्रैल में आईपीएल 2024 में पंजाब किंग्स की अगुआई करते हुए कोई प्रतिस्पर्धी मैच खेला था। अब Shikhar Dhawan ने तत्काल प्रभाव से अंतरराष्ट्रीय और घरेलू क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास लेने की घोषणा की है। बाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने सोशल मीडिया पर भारत के लिए 13 साल से अधिक लंबे अपने करियर को अलविदा कहने की घोषणा की, जिसमें उन्होंने 34 टेस्ट, 167 वनडे और 68 टी20 मैच खेले। धवन ने टेस्ट में सात शतक और 50 ओवर के प्रारूप में 17 शतक के साथ संन्यास लिया।
सोशल मीडिया पोस्ट पर क्या कहा
Shikhar Dhawan ने सोशल मीडिया अकाउंट पर पोस्ट किए गए एक वीडियो में कहा, “जीवन में आगे बढ़ने के लिए पन्ने पलटना महत्वपूर्ण है और इसीलिए मैं अंतरराष्ट्रीय और घरेलू क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर रहा हूं।” “मैं अपने दिल में शांति के साथ जा रहा हूं कि मैंने भारत के लिए इतने लंबे समय तक खेला। मैंने खुद से कहा है कि इस बात का दुख मत करो कि तुम अब भारत के लिए नहीं खेलोगे, बल्कि इस बात की खुशी है कि तुमने देश के लिए खेला।
Shikhar Dhawan का अंतर्राष्ट्रीय करियर
Shikhar Dhawan ने भारत के लिए 34 टेस्ट, 167 वनडे और 68 टी20 मैच खेले। जिसमें उनके नाम टेस्ट मैचो में सात शतक और 50 ओवर के प्रारूप में 17 शतक शामिल है । Shikhar Dhawan एक आधुनिक वनडे के महान खिलाड़ी के रूप में संन्यास ले रहे हैं, वे इस प्रारूप के इतिहास में 40 से अधिक औसत और 90 से अधिक स्ट्राइक रेट से 5000 से अधिक रन बनाने वाले केवल आठ बल्लेबाजों में से एक हैं (रोहित शर्मा और विराट कोहली इस सूची में अन्य भारतीय बल्लेबाज हैं)। Dhawan ने दिसंबर 2022 में बांग्लादेश के खिलाफ वनडे सीरीज के बाद से भारत के लिए कोई भी मैच नहीं खेला है।
Dhawan की कुछ शानदार पारियां
पहली बार टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण मैच में Shikhar Dhawan ने मोहाली में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 85 गेंदों में शतक जड़ा था, जो टेस्ट डेब्यू करने वाले किसी खिलाड़ी द्वारा बनाया गया सबसे तेज शतक था। उन्होंने इस मैच को जीतने के लिए 187 रन बनाए।
धवन का करियर साल 2013 में बुलंदियों पर पहुंचा, जब उन्होंने वनडे में 50.52 की औसत और 97.89 की स्ट्राइक रेट से 1162 रन बनाए। उनकी सबसे बड़ी उपलब्धि यह थी कि उन्होंने पांच पारियों में 363 रन बनाए, जिसमें दो शतक भी शामिल थे। इस दौरान उन्होंने चैंपियंस ट्रॉफी में भारत को खिताब दिलाया। साल 2010-11 में पांच निराशाजनक प्रदर्शन के बाद वनडे में वापसी करते हुए यह उनकी पहली सीरीज थी। उस टूर्नामेंट में रोहित के साथ Dhawan ने शीर्ष क्रम में शानदार साझेदारी की शुरुआत हुई। रनों के मामले में यह जोड़ी वनडे में चौथी सर्वश्रेष्ठ जोड़ी है और सचिन तेंदुलकर और सौरव गांगुली के बाद भारत के लिए दूसरी सबसे सफल जोड़ी है। Shikhar Dhawan का शानदार प्रदर्शन चैंपियंस ट्रॉफी 2013 के बाद भी जारी रहा, क्योंकि उन्होंने खुद को अगले कुछ सालों में वनडे टीम के अहम सदस्य के रूप में स्थापित किया। वह भारत के लिए अगले कुछ मल्टी-टीम (पांच से ज़्यादा टीमें) वनडे टूर्नामेंट में सबसे ज़्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी रहे: एशिया कप 2014, विश्व कप 2015, चैंपियंस ट्रॉफी 2017 और एशिया कप 2018।
घरेलू क्रिकेटर घरेलू क्रिकेटर Shikhar Dhawan का प्रदर्शन
घरेलू क्रिकेटर के तौर पर, Shikhar Dhawan के शुरुआती साल दिल्ली के लिए रणजी ट्रॉफी की सफलता के साथ मेल खाते थे, क्योंकि वे 2007-08 में खिताब जीतने वाली टीम का हिस्सा थे, जब उन्होंने उत्तर प्रदेश को हराया था। वे 2004 में अंडर-19 विश्व कप में भारत के लिए सबसे ज़्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी भी रह चुके है ।