शनिवार को बर्मिंघम में भारत चैंपियंस ने पाकिस्तान चैंपियंस को हराकर विश्व चैंपियनशिप ऑफ लीजेंड्स का खिताब जीत लिया है ।इस मैच के हीरो रहे भारतीय बल्लेबाज अंबाती रायडू और यूसुफ पठान ने क्रमश: तेज अर्धशतक जड़कर मैच को पूरी तरह पकिस्तान से छीनकर अपने पक्ष में कर दिया। इससे पहले भारत चैंपियंस ने यूनिस खान की अगुवाई वाली पाकिस्तानी टीम को 20 ओवर में 156/6 पर ही रोक दिया, और फिर पांच विकेट शेष रहते उस स्कोर को आसानी से हासिल कर WCL के उद्घाटन संस्करण को जीतकर अपने नाम कर लिया।
मैच की डिटेल जानकारी
156 रनो के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारतीय बल्लेबाज रायडू ने 30 गेंदों पर पांच चौकों और दो छक्कों की मदद से 50 रन की पारी खेलकर युवराज सिंह की अगुवाई वाली भारतीय टीम के सफल लक्ष्य का पीछा करने की नींव रखी। पावरप्ले में भारतीयों बल्लेबाजो को सकारात्मक शुरुआत दिलाने के बाद, चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) के इस पूर्व बल्लेबाज ने गुरकीरत सिंह मान के साथ तीसरे विकेट के लिए 60 रनों की साझेदारी की, जिससे यह सुनिश्चितकर दिया कि लक्ष्य हमेशा मेन इन ब्लू की पहुंच में रहे, भले ही वे अपने लक्ष्य का पीछा करने के अंतिम चरण में एक या दो विकेट खो दें। शानदार फॉर्म में चल रहे यूसुफ पठान, जिन्होंने अपने पिछले तीन मैचों में से प्रत्येक में अर्धशतक जड़े थे, ने इस मैच में सिर्फ 16 गेंदों पर 30 रनों की पारी खेली, जिसमें एक चौका और तीन छक्के शामिल थे। रायुडू और मान दोनों के जल्दी जल्दी अपने विकेट गंवाने के बाद पाकिस्तान खेल में वापसी करने लगा था, और पठान की महत्वपूर्ण पारी ने न केवल खेल में पाकिस्तान की बची हुई उम्मीदों को तोड़ा, बल्कि यह भी सुनिश्चित किया कि भारत फिनिश लाइन को पार कर सके और किसी भी समय आवश्यक दर के बारे में चिंता न करे। कप्तान युवराज, जिन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सेमीफाइनल में 59 रनों की तूफानी पारी खेली थी, इस मैच में 15 रन बनाकर नाबाद रहे, जबकि छोटे पठान इरफान (नाबाद 5) ने अंतिम ओवर की शुरुआत में सोहेल तनवीर की गेंद पर विजयी रन बनाए।
कौन रहा प्लेयर ऑफ द मैच और टूर्नामेंट?
इस साल की विश्व चैंपियनशिप ऑफ लीजेंड्स में रायडू को प्लेयर ऑफ द मैच का पुरस्कार मिला, जबकि यूसुफ को प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट के पुरस्कार से नवाजा गया ।
पाकिस्तान ने लीग मुकाबले में किया था भारत को परास्त
इससे पहले लीग मुकाबले में पाकिस्तान ने अपने शीर्ष क्रम के अर्धशतकों की बदौलत चिर प्रतिद्वंद्वी भारत के खिलाफ मैच में 243/4 का विशाल स्कोर बनाया था। जवाब में भारत लक्ष्य से काफी दूर रह गया और 175/9 पर समाप्त हुआ और 68 रनों से यह मुकाबला हार गया था। हालांकि, फाइनल मुकाबले में मेन इन ग्रीन केवल 156 रन ही बना सका, जिसमें कोई भी बल्लेबाज पचास से अधिक रन नहीं बना सका। पाकिस्तान ने न केवल पावरप्ले में शुरुआत में ही विकेट गंवाए, जिसके परिणामस्वरूप कामरान अकमल और सोहैब मकसूद अपनी शानदार शुरुआत को भुनाने में विफल रहे, उसके बाद पाकिस्तान ने बीच के ओवरों में लंबे समय तक बाउंड्री का सूखा भी झेला, जिससे उनकी 180 से अधिक का लक्ष्य हासिल करने की उनकी उम्मीदें धराशायी हो गईं। भारतीय गेंदबाजों में अनुरीत सिंह ने 3/43 के आंकड़े के साथ बढ़त हासिल की, जबकि तेज गेंदबाज़ी करने वाले ऑलराउंडर इरफ़ान (3 में 1/12) और बाएं हाथ के स्पिनर पवन नेगी (4 में 1/24) के किफायती स्पेल ने पाकिस्तानी बल्लेबाजों पर दबाव बनाने और उनके स्कोरिंग रेट को प्रभावित करने में काफी मदद की। इरफ़ान ने इनस्विंगर की खूबसूरती से यूनिस खान को आउट किया, जिसने पाकिस्तान के अब तक के सबसे बेहतरीन बल्लेबाजों में से एक के डिफेंस को पूरी तरह से चकनाचूर कर दिया और स्टंप्स को अस्त-व्यस्त कर दिया। अगर शोएब मलिक ने 36 गेंदों पर 41 और तनवीर ने 9 गेंदों पर नाबाद 19 रन नहीं बनाए होते, तो पाकिस्तान 150 के पार के आकड़े को भी नही छू पाता। हालांकि, अंत में, भारतीय टीम के लिए यह कोई मायने नहीं रखता क्योंकि उन्होंने आसानी से इस लक्ष्य का पीछा कर दिया ।